राधे राधे बोलो चले आयेंगे बिहारी
देश को बचाने चले आयेंगे मुरारी
आधी रात को तुम जन्मे और मेरा देश भी
‘चीरहरण’ होते रोज पर तेरा
दोष नहीं
एक कंस तूने मारा, कई कंस घुमते हैं
वंशवाद polictics में सारे नेता झूमते हैं
Currency की-कदर
नहीं, बे-अदब ये व्यवस्था है
Urgency
में बदहाल पड़ी, रोती अर्थव्यवस्था है
है ये चिदम्बरम की चौधराहट और ‘मन्नू’ की बिमारी
Current account deficit और
खाली अलमारी
राधे राधे बोलो चले आयेंगे बिहारी
देश को बचाने चले आयेंगे मुरारी
No comments:
Post a Comment